राजीव मित्तल
गांव अभी बसा नहीं और पत्तलें बिछ गयीं-उनकी काफी समय से चल रही गुहार से इसी उक्ति की गंध निकल रही है। सरसों के फूलों से लदे खेत में नाचते हुए तो इस पहेली के एक जमाने में कई सारे जवाब हुआ करते थे-जैसे हिया, जिया, दिया और पिया। अब नाच-गाना बंद है तो पहेली का जवाब सत्ता की कुर्सी ही फिट बैठ रहा है। लेकिन ऐन चुनाव के वक्त और वो भी ऐसी पार्टी में, जिसके विधायकों से विधायक निवास की कुठरिया भी न भर पाये, उस बदहाली में ‘मां मुझे बस वो कुर्सी दिलवा दे’ की रट का क्या अर्थ।
यह तो वही बात हुई कि लड़की की फोटो देखते ही उसे दुल्हन मानने लगना। अरे भाई लड़की से, उसके घर वालों से भी तो पूछ लो कि आप उसे कैसे लग रहे हो। काफी समय तक वाजपेयी जी के कान खाते रहे कि मुझे कुच्छ नहीं चाहिये बस बिहार दे दो। वाजपेयी जी ने पलट कर शायद यह नहीं पूछा कि विधानसभा में अपन कितने हैं प्यारेलाल। वैसे भाई जी बहुत कुछ हैं। अमेरिका में होते तो रीगन जूनियर के नाम से जाने जाते। लेकिन अपने देश में भी कम भारी नहीं पड़ रहे। इस बार उनका कुर्सी-राग रांची में कई दिन पहले हुई एक महफिल से ही बज रहा है।
मंच पर बैठे पार्टी के सबसे बड़े नेता, उनसे नीचे के कई नेता और हजारों अद्र्ध नेता-अद्र्ध कार्यकर्ता और सामने नीचे बैठे प्योर कार्यकर्ता सब एक से दूसरे यही पूछने लगे कि इन्हें क्या हो गया है। अरे भई, पहले तो चुनाव हों, फिर इतनी सीटें मिलें कि राज्यपाल के पास जाने की मन में तरंगें उठे तभी तो सोचा जाए कि मुख्यमंμाी कौन होगा। यह नहीं देखते कि 34+38 के जोड़ से टुइंया भी नहीं बन पाओगे। लाला, 122 चाहिये 122! यह तक नहीं देख रहे कि हर जगह मार मची हुई है, मामला संभालने के लिये चचा-ताऊ को बुलवाना पड़ रहा है लेकिन इनकी सुर्इं वही रिकार्ड बजा रही है- कौन है वो, कौन है वो?
काक भुशुण्डि ने बाहर से मस्तानी चाल से चले आ रहे गरुड पर ताना मारा-बस ऐसे ही छिछौर बन घूमते रहना, कहां गये थे? बाहर पेड़ पर बैठा था जी। काक जी, वो ऊपर देखिये, हवाईजहाज ऊपर चक्कर ही काट रहा है नीचे नहीं उतर रहा। तभी बाहर से भोंपू पर कई आवाजें सुनायी दीं-सतरु भैया, पायलट बहुत परेशान है, तेल खत्म होने वाला है आप नीचे क्यों नहीं आते? जनसभा में सभी नेता बोल चुके, आपके लिये ही सबको बैठाए रखने को धर्मेंन्दर जी से शोले के डायलॉग बुलवाये, अब हेमा जी से भजन गवाये जा रहे हैं। काफी नीचे आ गये प्लेन से माइक पर किसी के दहाड़ने की आवाज आयी-अबे चुप बुड़बक, पहले आडवाणी जी से पूछ के आ-कौन है वो?
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