गुरुवार, 16 अप्रैल 2020

सुप्रीमकोर्ट के बारे में प्रशांत भूषण

जानेमाने अधिवक्ता और सामाजिक कार्यकर्ता प्रशांत भूषण और सुप्रीम कोर्ट के मुख्यन्यायाधीश के बीच एक मेडिकल कॉलेज को ले कर हुई बहस काफी चर्चित रही थी..मामला क्या था.. 

प्रशांत भूषण के शब्दों में, " एक मेडिकल कॉलेज की गड़बड़ियों का मामला किसी पिटीशन के जरिये सुप्रीमकोर्ट में आया.. जांच के दौरान उस मेडिकल कॉलेज के कर्ताधर्ताओं के फोन टैप करने पर सीबीआई को पता चला कि मामले को सुलटाने के लिए जजों को देने को तीन करोड़ की राशि तय हुई है..सीबीआई ने उन जजों  की जांच के लिए मुख्यन्यायाधीश से अनुमति चाही..उनके व्यस्त कार्यक्रम के चलते जांच एजेंसी ने सुप्रीमकोर्ट में नम्बर दो की पोजिशन वाले जज को एप्रोच किया..उन्होंने पांच वरिष्ठ जजों की बेंच को संदिग्ध जजों की जांच का मामला सौंप दिया..लेकिन मुख्यन्यायाधीश के संज्ञान में जैसे ही यह मामला आया उन्होंने अपने से ठीक नीचे वाले जज के अधिकार कतरते हुए और उनका फैसला बदलते हुए अपने अंतर्गत नई बेंच बना दी, जिसमें बेहद कनिष्ठ जजों को रखा गया..और दो जज तो वो थे, जो इस मामले में सीबीआई की रिपोर्ट के मुताबिक संदेह के घेरे में हैं..प्रशांत भूषण का साफ कहना है, " खुद मुख्यन्यायाधीश भी इस रिश्वत कांड में पाकसाफ नहीं हैं "...

12/16/17