बुधवार, 1 अप्रैल 2020



नारायण आरजी नहीं रहा..

बस चला गया, जहां उसे जाना था...बीस साल पहले जब bitv छोड़ कर सहारा टीवी जा रहा था, तभी उसको लेकर चिंता वाली दुआ निकल रही थी कि 26 साल के आरजी को कोई बचा ले..क्योंकि शराब ने उस पर पंजे गड़ा दिये थे..

1995 को पहले पंचशील एनक्लेव और फिर उदयपार्क में खुले bitv के ऑफिस में चैनल का काम एक नियति की तरह शुरू हो रहा था, जिससे हम बहुत सारे लोग बेहद दिल से जुड़ गए थे..

उस समय हममें से ज़्यादातर अख़बारी पत्रकार थे..और उससे भी बड़ी बात कि दूरदर्शन के बाद निजी क्षेत्र में bitv पहला कंप्लीट चैनल था,  जिसके अपने शानदार एडिटोरियल हॉल थे, न जाने कितने एडिट बे थे, न जाने कितने बीटा कैमरे थे, और स्टोरी करने को जाने के लिए कई वैन थीं..एक शानदार स्टूडियो था..पूरा दफ़्तर वातानुकूलित और रात में आराम करने के लिए हर क्यूबिकिल के साथ लगा एक रूम..आज के सब छोटे बड़े चैनल उस समय एक कमरे वाला प्रोडक्शन हाउस हुआ करते थे...

हिंदी और अंग्रेजी जैसा कोई भाषाई विवाद नहीं..दिन हो या रात कभी भी एक दूसरे को मदद मिल जाती और की जाती..

ऐसे में जेएनयू मॉस कॉम से आरजी और उन्नी कृष्णन, गौरव करीर, मोहनीश, सुशील बहुगुणा, भूपेश पंत और भाष्वती जैसे कई नए नवेले bitv से जुड़े..हम जैसे कलम थामने वालों के लिए जैसे राहत की फुहार आ गयी..सारा दौड़ भाग और स्क्रिप्टिंग का काम इनपे छोड़ हम बुलेटिन को बेहतर बनाने में जुट गए...बाद में बहुत सारे लोग जुड़े, कुछ बिछुड़े भी..नाम सबके याद हैं, पर क्या रखा है नाम में..सभी खूब याद आते हैं..

काम के साथ साथ पूरी मौज मस्ती...बिना किसी भेदभाव के..आरजी अपने बैच में सबसे ज़्यादा उत्साही, बेहद हँसमुख, मेहनती..एक याद रखने वाला इंसान..हम सबने मिल कर खूब शराब पी होगी..हम लोगों ने शराब पी, लेकिन मेरी याद में bitv से जुड़े दो लोगों को शराब ने पी लिया..2001 में विभाकर झा आज़ाद और अब आरजी..

Bitv छोड़ने के बाद भी आरजी से जुड़ाव रहा..शराब को लेकर उसकी ललक चिंता का बायस बन गयी थी..उसने अपनी दोस्त से विवाह किया..वो ही हमारी अंतिम मुलाकात थी..चार साल पहले फेसबुक पर राजीव शर्मा के सौजन्य से फिर मिलना हुआ..आवाज़ में वही मस्ती..लेकिन अंदर का शीशा चटक चुका था..विवाह के टूटने को जिस बेपरवाह अंदाज़ में उसने बयान किया, उसने कसक पैदा कर दी थी..

बस.. दो या तीन फोन और..और मेसेंजर पर कुछ हंसी मजाक...फिर...हम न जाने किस दुनिया में खो गए..


 5/21/18