शनिवार, 28 मार्च 2020

ईश्वर ने लगाया डोंट डिस्टर्ब मी का बोर्ड..


--सेठ को अपनी दुकान में लगीं भगवानों की मूर्तियों पर नहीं...अपने पूजापाठ पर नहीं..अगरबत्ती-धूपबत्ती पर नहीं, सीसीटीवी कैमरे पर है....

--मंदिर का पुजारी भी एक्सीडेंट होने पर अस्पताल भागता है...

--अदालत में अभियुक्त यह कहते हुए कि ईश्वर के घर में देर है, अंधेर नहीं.. जज साहब के फैसले का इंतज़ार करता है...

--किसी देवी या देवता के दर्शन करके लौट रहे लोगों की नाव पलट जाने से हुई मौतों पर कोई ईश्वर या वीश्वर नहीं, उस जिले का डीएम सस्पेंड होता है...

--धार्मिक उत्सवों में कुचल कर मरे अपने परिजनों के दुख में अवाम ईश्वर को भुलाकर प्रशासन के इंतज़ामात को दोष देता है...



10/31/18