हम क्या चाहते हैं हमीं को नहीं मालूम...
वैसे सच्ची बताऊँ..हम क्या चाहते हैं यह हमीं को नहीं मालूम..अब इन बातों का कोई मतलब है भी नहीं कि हमें मोदी चाहिए या राहुल या गांधी को मार कर गोडसे ने अच्छा किया या बुरा..हाँ नौटंकी करने के लिए हमारे पास गांधी के अलावा फ़िलहाल कोई नहीं हैं..बाकि सब पुरुष महापुरुष तेल बेचें...
हाँ चूँकि मोदी अब तक की भारतीय राजनीति का सबसे काला अध्याय है तो बस ज़रूरत अब मोदी जैसों से बचने की है..लोकपाल या भ्रष्टाचार पर रूदन अब कोई मायने नहीं रखता क्योंकि हम भारतीयों को ये सब बातें..या विकास की बातें...बेहतरीन शिक्षा या बेहतरीन सवास्थ्य हमारी जरूरत है ही नहीं..
नदियां जंगल पहाड़ स्वच्छता या प्रदूषण रहित हवा पानी हमारे लिए कोई मायने नहीं रखते...
नदियां जंगल पहाड़ स्वच्छता या प्रदूषण रहित हवा पानी हमारे लिए कोई मायने नहीं रखते...
हमारे लिए मायने क्या रखते है--अंधी आस्था, ऊँच नीच, हिन्दू मुसलमान, अमीर गरीब, गाय सूअर, सड़ी बोगियों वाली ट्रेन में बर्थ, जो चाहे जब मंज़िल तक पहुंचाये, टूटी फूटी सड़कें, हर घर में विभिन्न किस्मों वाले भगवान, खानदान लड़कों से आच्छादित हो, और औरत की अक्षत योनि..बस यही हमारी जरूरतें हैं..तो इसलिए और सब बातों पर मिट्टी डालो यारां..
2/7/19