गुरुवार, 19 मार्च 2020

उठो बिगुल

सुप्रिया अम्बर

कल शाम से ही जी कर रहा था
फूट कर रो लेने को
आंसू गले का दम घोंट कर
आंखों तक चोट पहुंचा रहे थे
कि क्या अब तुमको विदा करने का वक्त आ गया है
तुमको जाना है सरहद पर
मोर्चा संभालने
मैंने तुम्हारी पेटी में हर चीज
करीने से जमा दी है
सब पर तुम्हारे नाम की स्लिप लगी है
ताकि वो अलग ही रहे दूसरों की चीजों से
यूनिफॉर्म प्रेस कर दी है
जूते पॉलिश
सारे हथियार तैयार हैं
पेंसिल बॉक्स में
कटर और रबर के साथ
कम्पास
फिर भी सोच कर कांप उठती हूं
कि कैसे कर पाओगे सामना
उन आक्रमणों का
जिनके नाखून
तुम्हारी मुलायम खाल बड़ी आसानी से उतार लेंगे
तुमको तो ये अंदाज ही नहीं है
कि जहां तुम जा रहे हो
वहां न कोई पेड़ होगा
जहां तुम सुस्ता सको
न कोई हाथ, जिसकी अंगुली पकड़े बगैर
निकलते नहीं तुम बाहर.....
इतनी भागती दौड़ती शोरगुल भरी दुनिया में
जब तुम्हारी नरम आवाज चीखेगी तो
कौन सुन पाएगा.....
मैं समझ नहीं पा रही कि
कैसे बच पाओगे तुम
ब्रांड्स के टैग से
जो अभी से तुम्हारी
पेंसिल...रबर...कॉपी...किताब पर चिपके हुए हैं...

तुम्हें जन्म देना बहुत सुखद था
बनिस्पत इस जटिल दुनिया का सामना करते हुए देखना...
कल रात मेरा तकिया भीग गया था...
सुबह निश्चित वक्त से पहले
नींद टूट गयी
तुम्हे जगाना आज सबसे ज्यादा तकलीफ पहुंचा गया
कि सौंप रही हूं तुमको आज
अपने हाथों से सजा कर
उन हाथों को
जिनकी छुअन तुम्हें कई बार
मेरी कमी का अहसास दिलाएगी
और तुम संभाल लोगे खुद को अकेला पा कर....
मजबूत होते जाओगे
और बढ़ती जाएगी प्रतिशोधक क्षमता.....
आज ही तुम्हारी मदमस्त दिनचर्या
और तुम्हारा बचपन
जिल्दों में लिपटी कॉपियों के पन्नों में गुम हो जाएगा
जो तुम्हारे कोमल कंधों पर
उन्हें कठोर बनाने के लिये
टंगने वाला है....
तुम्हारे निर्दोष ख्यालों को
गणित के सवालों में उलझाने....
विज्ञान और समाज के शास्त्र तुमसे
शास्त्रार्थ करने को आकुल हैं
देखो घबराना नहीं
अगर हावी होने लगें ये तुम्हारी सहजता पर
कि मैंने तुमको इनका सामना करना नहीं सिखाया
मेरे बच्चे............
मैंने तुमको ये तो बताया है कि...
तुम्हारी खिलखिलाहट से
फूलों में खुश्बू भर जाती है......
तुम्हारी आंखों के तारे
टिमटिमाते हैं नभ पर....
तुम्हें रफ्तार से नहीं विवेक से मुकाबला करना है....
तुमको वस्तुओं का नहीं विचारों का अम्बार लगाना है
उठो बिगुल.......
तैयार हो जाओ.....
अब तुम्हें स्कूल जाना है.......