मंगलवार, 24 मार्च 2020

सीता को कौन उठा के ले गया - श्रीराम जी को नही मालूम !  सीता को कहाँ  ले गया  - श्रीराम जी को नही मालूम !  लक्ष्मण की मूर्छा भंग करने के लिए बूटी कहाँ मिलेगी - श्रीराम जी को नही मालूम !  रावण कैसे मरेगा - श्रीराम जी को नही मालूम !  दो छोटे - छोटे बच्चे लव और कुश को मारने के लिए पूरी सेना भेज दी , वो किसके बेटे हैं - श्रीराम जी को ये भी मालूम नही !    हँसी आती है जब लोग कहते हैं       " दुनिया चले ना श्रीराम के बिना " ।
राम के दरवार में विधवा धोबिन को पेट से पैदा बच्चे की जानकारी के लिए बुलाया गया। पूरा दरबार लगा था।
गुरु विश्वामित्र ने औरत से बाप का नाम पूछा।
औरत ने प्रतिष्ठित आदमी होने के कारण बताने से इनकार कर दिया तो गुरु ने उस
औरत को फांसी की सजा सुनाई और उसकी आखिरी इच्छा जाननी चाही।
औरत ने कहा आप मेरे बच्चे के पिता का नाम पूछ रहे हैं,
पहले आप अपने पिता का नाम बता दें। (क्योंकि विश्वामित्र को घास  से पैदा बताया गया है)।
गुरु के पिता का नाम पूछते ही राम तुरंत झल्ला कर बोले- गुरु की इतनी बेइज्जती करने की तेरी हिम्मत कैसे हुई ?
तो औरत ने राम से पिता का नाम पूछ लिया,
(इन चारों के पिता ऋषि बताये जाते हैं, वैसे इनकी माताओं ने खीर खाई थी श्रृंग ऋषि की गुफा में)।
तो लक्ष्मण तुरंत बोले -तूने बड़े भाई का अपमान किया।
तुझे जिंदा नहीं छोड़ूगा।
औरत ने इनसे भी बाप का नाम पूछ लिया।
इसके बाद सीता बोली तूने मेरे देवरजी का अपमान किया।
इसकी जबान काट लो,
औरत ने सीता से भी बाप का नाम पूछा (जो घड़े से पैदा हुई है)।
सीता का अपमान सुनकर तुरंत हनुमान बोल पड़े,
तुने सीता माता का अपमान किया, तुझे मैं गदे से जमीन में गाड़ दॅूगा,
औरत ने तुरंत हनुमान के बाप का नाम पूछा।
हनुमान भी बाप का नाम नहीं बता पाये,
अंत में औरत ने कहा कि यहां सब के सब नाजायज बाप के हराम की औलादें है और मेरे बेटे के बाप का नाम पूछ रहे हैं।
सबसे पहले अपने अपने बाप के नाम पता करके आओ फिर हमसे पूछना,...
Moral- जिसे सोने के हिरण और असली हिरण का फर्क समझ में न आए, वो कैसा अंतर्यामी, कैसा भगवान ??
दिमाग की बत्ती जलाइए !
अॅधविश्वास दूर भगाइए !!
पाखंड का पर्दाफाश
👉हम जिस समय बिजली के तार को पकड़ते हैं, करेंट हमें उसी समय लगता है |
👉जिस समय कुत्ते को छेड़ते हैं, कुत्ता उसी समय काटता है|
👉आग में जिस समय हाथ डालते हैं, हाथ उसी समय जलता है|
👉जिस समय कोई हमें मारता है, चोट उसी समय लगता है, दर्द उसी समय होता है |
👉किसी को जहर दे दिया जाए तो जहर का असर उसी समय तुरंत शुरू हो जाता है |
👉दवाई की खुराक जिस समय लेते हैं उसी समय दवाई असर करना शुरू करता है |
👉मगर देवी देवता की पूजा करके जिस समय उनको खुश करते हैं, उनके आशीर्वाद, पूजा का असर उसी समय क्यों नहीं शुरू होता है ?
👉लक्ष्मी की पूजा करने के बाद हम धनवान क्यूँ नहीं बन जाते हैं ?
👉सरस्वती की पूजा करने के बाद हम ज्ञानी और बुद्धिमान क्यूँ नहीं बन जाते हैं ?
👉हनुमानजी की पूजा करने के बाद हम बलशाली क्यूँ नहीं बन जाते हैं ?
👉गणेशजी की पूजा करने के बाद हमें रिद्धि सिद्धि क्यूँ नहीं प्राप्त हो जाता है ?
👉कोई हमें वरदान देता है तो उसका असर उसी समय क्यों नहीं शुरू होता है ?
👉कोई हमें श्राप देता है तो उसका असर उसी समय क्यों नहीं शुरू होता है ?
👉देवी देवता का अनादर करने वाले का नुकसान उसी समय क्यों नहीं होता है ?
👉भगवान को गाली देने वाले का नुकसान उसी समय क्यूँ नहीं होता है ?
👉सत्यनारायण कथा करने के तुरंत बाद सारे दुःख समाप्त क्यूँ नहीं हो जाते हैं ?
👉महामृत्युंजय मंत्र का जाप करते हीं बिमारी तुरंत क्यूँ नहीं ठीक होता है ?
👉मगर दिमाग से पैदल लोगों को कितना भी समझाओ की देवी-देवता, भगवान नाम की कोई चीज इस दुनियाँ में है हीं नहीं | ब्राह्मण तुमलोगों को बेवक़ूफ़ बन रहा है, पागल बना रखा है | इनके पल्ले कुछ नहीं पड़ना |
👉आपके मेहनत और पसीने की कमाई को हड़प करने के लिए धूर्त ब्राह्मणों ने आपके सामने पाखंड रच रखा है,
👉दिमाग की बत्ती जलाओ , अन्धविश्वास दूर भगाओ !
👉जय विज्ञान , जय संविधान !
अगर कोई  इस पोस्ट मे लिखी हुई बातों से असहमत है , तो बहस के लिये सादर आमंत्रित हैं ,, पर गाली गलोच नही☝☝ , ,,साफ सुथरे तरीके से तर्क -वितर्क करिये ...

Drbn Singh