राजीव मित्तल
आज हम स्कूल गए तो वहां सन्नाटा था। सब बच्चे सहमे से, चुप से क्लास में बैठे थे। पता चला कि हमारी क्लास का बालमुकुंद अगवा कर लिया गया है। जब वह रिक्शे से स्कूल आ रहा था तो मोटरसाइकिल पर सवार आप में से ही किसी ने रिक्शा रुकवा कर उसे उठा लिया और अपने साथ ले गए। टीचर जी बता रही थीं कि बालमुकुंद को छोड़ने के लिए उसके पिताजी से तीन लाख रुपए मांगे गए हैं। आपने तीन दिन का समय दिया है रुपए भिजवाने को। उसके बाद पहले उसकी उंगलियां काटेंगे, अगले दिन आंखें निकालेंगे और फिर गला काटेंगे। हम आज सारा दिन स्कूल में खेले नहीं, न ही एक बार भी शोर मचाया। बस,क्लास में बार-बार उस चेयर को देखते रहे जिसपे कल तक बालमुकुंद बैठता था। इंटरवल में बालमुकुंद की हुड़दंग गायब थी। उसकी चीख-चिल्लाहट भी गायब थी। अगर उसके पिताजी आपको पैसा न दे पाए तो क्या आप बालमुकंुद की उंगली काट देंगे? उसकी आंखें भी निकाल लेंगे? और फिर गला भी काट देंगे?आज पुलिस स्कूल में आयी थी। चपरासी से लेकर प्रिंसीपल साहब तक सबसे पूछताछ की। पर, हमें मालूम है कि वो कुछ नहीं कर पाएगी। आप रुपये लेकर ही हमारे दोस्त को छोडें¸गे। और कोई चारा भी तो नहीं है। अब आपसे एक बात पूछें कि आपको रुपए की इतनी जरूरत है तो अपनी किडनी निकलवा के क्यों नहीं बेच देते? अब हम क्या बताएं हमारी तो कुछ समझ में नहीं आ रहा। अपने दोस्त के घर जाकर भी क्या करेंगे। क्या पूछेंगे वहां जाकर कि अंकल पैसे का इंतजाम हुआ कि नहीं? हम जानते हैं कि जवाब देने के बजाए वो हाथ उठा कर ऊपर देखने लगेंगे। घर के बाकी लोग भी दम घोटे होंगे। यही होता है जब कोई सहारा न हो तो। अच्छा, अब आप हमारी एक बात मान लीजिए। बालमुकुंद का अंगूठा काटने से पहले आप अपने बेटे की अंगुली में सुईं चुभो दीजिएगा। अगर उसके मुंह से चीख नहीं निकलती है तो आप बेशक बालमुकंद की अंगुलियों पर छुरी चला दें। बालमुकुंद की आंख निकालने से पहले आप अपने बेटे या बेटी की आंख में एक चुटकी लाल मिर्च का पाउडर डाल दीजिएगा। अगर तब भी उसका चेहरा मुस्की मारता रहे तो बालमुकुंद की आंखें भी आपके हवाले। और गला काटने से पहले आप एक मुर्गे की गर्दन पर चाकू चलाइयेगा, अगर वह न फड़फड़ाए तो बालमुकुंद का गला भी आपका। लेकिन आप ये तीनों काम काजिएगा जरूर, आपको आपके बच्चों की कसम।
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