राजीव मित्तल
गुप्ता जी ने कह दिया है कि पेट में मरोड़ लाने वाले गुरुवार को अटल जी सबसे ज्यादा मस्त रहेंगे क्योंकि उस दिन 13 तारीख है। पर चौदह का अंक तो उनको सबसे ज्यादा सूट करेगा क्योंकि उस दिन पद्मासन लगाये शनि का झुकाव बांयी ओर होगा। सोनिया जी जब तक अमावस्या के अगले दिन वाला बारीक सा चांद देख कबूतर को दाना नहीं डालेंगी, तब तक वह उस कुर्सी के बारे में सोचें भी नहीं। वीपी सिंह के फिर से प्रधानमंμाी बनने के आसार हैं अगर वे 20 तारीख तक रोज सुबह-शाम संघ की शाखा में जा कर झंडारोहण करें और राज्यसभा का रास्ता पकड़ें। चंद्रशेखर तो सपने भी न सोचें क्योंकि भोंडसी आश्रम में रहते वह बगैर आचमन किये दाढ़ी रंगते थे। देवेगौड़ा सोते समय मुंह में अंगूठा डाल लिया करें तो कुछ चांसेज बनते हैं और गुजराल की आधी दाढ़ी ही उनके कैरियर को नुकसान पहुंचा रही है। चैनली यह सब पढ़ने में मगन थी कि सामने वाले मैदान में देखा कि कुछ बहेलिये कौए पकड़ रहे हैं। उसने बर्बरीक वाले पेड़ से नीचे उतर कर फौरन तहकीकात की तो पता चला कि उस शाम कई सारे होने-न होने वाले सांसद अपनी फेमिलियों के साथ यहां आयेंगे क्योंकि शर्मा जी, अरोड़ा जी, संत तरुवरि और मां कावेरी 13 की तेरहवीं दूर करने को उनके हाथों से कौओं को नारियल पीठी खिलायेंगे। शाम चार बजे तक 264 कौए जाल में फांसे जा चुके थे। अंधेरा छाते ही वहां गैस के हंडे जला दिये गये और मैदान भर में लोबान का धुंआ कर दिया गया। चंद्रमा निकलते-निकलते वहां 57 प्रत्याशी सपरिवार पहुंच चुके थे। मां कावेरी तांगे से आयीं। और बाकी सज्जन शिष्यों के कंधों पर सवार थे। उनके आते ही चार जाजम बिछा दिये गये और चारों के विराजते ही उनके जजमान उन्हें घेर के बैठ गये। सबसे पहले तय यह हुआ कि अगर एक ही ज्योतिषी के दो जजमान उम्मीदवार एक-दूसरे के प्रतिद्वंद्वी हैं तो वे अपने-अपने बाल बच्चों को लेकर दूसरे ज्योतिष के पास चले जायें अन्यथा कौए कन्फ्यूज हो जायेंगे। तभी किसी ने कहीं से भोंपू निकाला और दो बार हेलो-हलो, वन-टू-थ्री कहने के बाद असल बात पे आया कि जिस-जिस ज्योतिषी के बहेलिये ने जितने कौए पकड़े हैं वह उन्हें ले कर अपने-अपने ठिकाने पर पहुंच जायें। कोई भी कौआ दूसरे के डेरे पर न जा पाये क्योंकि वे ही आज की रात जजमान के भगवान हैं। अब चारों ज्योतिषी अपने-अपने कौओं को संभालें और दूसरे का हथियाने की कोशिश कतई न करें। एक ज्योतिषी ने अपने कौओं के चारों ओर घीके दिये जला कर रख दिये और झोले से पांडुलिपि निकाल कर जोर-जोर से पढ़ने लगा, जो किसी की समझ में नहीं आ रहा था। एक चेले ने बताया कि वह आदम-हव्वा संहिता है। एक ने हारमोनियम पर कांटा लगा की तर्ज पर कोई धार्मिक गीत गाना शुरू कर दिया। तीसरे सज्जन अपने कमंडल से पानी हथेली में लेकर चारों ओर छिड़कने लगे। मां कावेरी ने ताश की गड्डी निकाली और दो बार फेंट कर एक-एक पत्ते को अपने कौओं के सिरों पर छुआने लगीं। तभी वहां उड़ान भर रहे चिमगादड़ों को देख सभी कौओं ने शोर मचाना शुरू कर दिया तो भोंपू से आवाज निकली, समय आ गया है 13 की तेरहीं दूर करने का। सब जजमान अपने-अपने ज्योतिषियों के सामने अपना लाया नारियल पीठी और 501-501 रुपये रख दें और बिना पीछे मुड़े यहां से निकल जायें क्योंकि ये कौए तभी गुरुजी के हाथ से पीठी खायेंगे। कौए जितने मन से पीठी खायेंगे तेरह का अंक आपके उतना ही अनुकूल बैठेगा जितना श्रद्धेय वाजपेयी को बैठ रहा है। पर तभी चैनली ने चिल्ली मार कर सब किया धरा चौपट कर दिया कि गुप्ता जी ने तो वाजपेयी जी के लिये 14 का अंक ज्यादा शुभ बताया है। और तब तक नारियल पीठी खा कर कौए भी उड़ चुके थे। कांटा लगा भी बंद हो चुका था।